दिल्ली व्यूरो
वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 7 मार्च यानी सातवें चरण में मतदान होना है। बता दें कि इस बार काशी में भाजपा को अपने ही नेताओं से विरोध का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल टिकट बंटवारे को लेकर कई नेताओं में रोष नजर आ रहा है। ऐसे में आरएसएस और भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी टिकट वितरण से नाखुश लोगों से व्यक्तिगत रूप से बात कर उन्हें समझाने की कोशिश कर रहे हैं।
गौरतलब है कि वाराणसी में 2017 में बीजेपी द्वारा 6 और उसके सहयोगियों द्वारा 2 सीटें जीती गई थीं। भाजपा फिर से इन सभी सीटों पर जीत दर्ज करना चाहती है। हालांकि भाजपा नेताओं के विरोधी रुख से पार्टी में चिंता बनी हुई है। आरएसएस के एक वरिष्ठ पदाधिकारी का कहना है कि भाजपा को वाराणसी दक्षिण, वाराणसी उत्तर और रोहनिया पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा गया है।बता दें कि आरएसएस और भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी भी टिकट वितरण से नाखुश लोगों से व्यक्तिगत रूप से बात कर उन्हें समझाने की कोशिश कर रहे हैं। जिनमें से कुछ ने खुले तौर पर विरोध करने का ऐलान किया है।भाजपा ने उत्तर प्रदेश के पर्यटन, संस्कृति और धार्मिक मामलों के मंत्री नीलकंठ तिवारी को वाराणसी दक्षिण से फिर से उम्मीदवार बनाया है। यहां से उन्होंने 2017 में मोदी लहर में जीत हासिल की थी। आरएसएस के एक पदाधिकारी ने कहा कि तिवारी और पार्टी कार्यकर्ताओं के एक बड़े वर्ग के खिलाफ मजबूत सत्ता विरोधी लहर देखी जा रही है। यहां तक कि ब्राह्मण मतदाता भी उनसे नाराज बताये जा रहे हैं।
आरएसएस पदाधिकारी का कहना है कि अगर उम्मीदवार बदला गया तो इससे विपक्ष को हमारी डबल इंजन वाली सरकार को निशाना बनाने का मौका मिल जाता। संघ और भाजपा कार्यकर्ता वाराणसी दक्षिण में लगभग हर मतदाता से “राष्ट्र निर्माण (राष्ट्र निर्माण)” के नाम पर वोट मांग रहे हैं। विरोध का रुख अपनाने वालों में वाराणसी दक्षिण से सात बार विधायक रहे दादा श्यामदेव रॉय चौधरी भी शामिल हैं।
इसके अलावा वाराणसी उत्तर से भाजपा उम्मीदवार रवींद्र जायसवाल मानते हैं कि इस बार सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि आरएसएस की नजर उन सीटों पर भी है जहां से उसके सहयोगी दल के प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। इस कड़ी में संघ की तरफ से अपना दल (एस) नेता अनुप्रिया पटेल को इन निर्वाचन क्षेत्रों में प्रचार करने के लिए संदेश दिया गया है।
काशी में डाला भाजपा दिग्गजों ने डेरा: वाराणसी में भाजपा की परचम लहराने के लिए केंद्रीय मंत्री और यूपी के बीजेपी प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान एक हफ्ते से यहां हैं और 5 मार्च तक उनके रुकने की संभावना है। इसके अलावा 3 मार्च से तीन दिनों के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी भी वाराणसी में रहेंगे। वहीं सोमवार और मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी वाराणसी में रहे थे। इसके अलावा छठे चरण के लिए प्रचार समाप्त होने के बाद भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा के यहां नेतृत्व करने की खबर है